में मन हू | Mein Man Hoon (Hindi) by Deep Trivedi
Publication details: Aatman Innovations Pvt. Ltd. 2022 New Delhi, IndiaDescription: 194p. HBISBN:- 9788192669038
Item type | Home library | Collection | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Hindi Books | S. R. Ranganathan Learning Hub General Section | General Section | 154.4 T841M (Browse shelf(Opens below)) | Available | 12918 |
* क्या आप जानते हैं कि मैं कौन हूँ? * क्या आपको पता हैं कि बुद्धि और मन दोनों अलग-अलग हैं? * क्या आपको पता हैं कि एक बार आपने मुझपर यानी अपने मन पर मास्टरी पा ली तो आप; कब, कौन, क्यों और क्या कर रहा है उसका सटीक पता लगा सकते हैं? * और एकबार आपने मुझे अपना मित्र बना लिया फिर तो मैं ही आपका जीवन कहां से कहां पहुंचा दूंगा। सुख और सफलता हर मनुष्य का जन्मसिद्ध अधिकार है, लेकिन वो इसे पाने से अक्सर चूक जाता है। और इसका कारण एक ही है कि मन के बाबत कम ज्ञान उपलब्ध होने के चलते मनुष्य अक्सर ऐसी गलतियां कर बैठता है, जिससे उसका जीवन भटक जाता है। तो इसका इलाज क्या है? सिर्फ एक; मुझे यानी अपने मन को समझें। इस किताब में मेरे तमाम रहस्यों को पूरी तरह से उजागर किया गया है। तथा साथ ही जीवन के हर पहलुओं से जुड़े प्रश्नों के उत्तर भी इसमें मिलते हैं। सबसे बड़ी बात यह कि एक बार आपने मुझपर यानी अपने मन पर मास्टरी पा ली तो फिर आप दूसरों के मनों को भी जान और समझ सकेंगे कि वे जो कुछ भी कर या सोच रहे हैं, उनके वैसा करने या सोचने के पीछे का कारण क्या है? ऐसी कला आपको आज की दुनिया में बाकियों से आगे रखेगी क्योंकि यही चीज सफलता पाने में मुख्य भूमिका निभाती है। इस किताब को और भी मजेदार बनाने हेतु 23 छोटी कहानियों व दृष्टांतों के जरिए मेरी कार्यप्रणाली को आसानी से समझाया गया है जिससे यह हर उम्र के लोगों को पसंद व आसानी से समझ भी आएगी। और इसमें चाइल्ड सायकोलोजी के बारे में भी गहराई से बताया गया है। इसीलिए यह पुस्तक परवरिश करने की कला भी सिखाती है। सुख और सफलता आपका जन्मसिद्ध अधिकार है! क्या आप इसे नहीं पाना चाहते? बस तो मुझे यानी अपने मन को समझिए व जीवन बना लीजिए। यह किताब अंग्रेजी, मराठी और गुजराती में भी उपलब्ध है।
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